Tuesday, July 21, 2009

SOMETHING /// कुछ


1 comment:

महावीर said...

यह चित्र ऐसा है कि इसे जितनी बार देखें तो हर बार इसके स्पष्टीकरण की खोज में अर्थ बदल जाते हैं. अद्भुत!